राजनीति गलियारे में सत्ता और विपक्ष का एक-दूसरे पर हमला करना आम बात होती है। लेकिन कई बार हमला करने के चक्कर में कुछ पार्टी के नेता कुछ ज़्यादा ही कह जाते हैं। इस समय केंद्र में भाजपा की सरकार है। भाजपा की नीतियाँ कांग्रेस को पसंद नहीं है, इस वजह से जब भी मौक़ा मिलता है कांग्रेस भाजपा पर निशाना साधने से नहीं चूकती हैं। हालाँकि भाजपा भी इस मामले में कांग्रेस से कम नहीं है। भाजपा भी समय-समय पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधती है।
विवादित पोस्टर को तज़िंदर बग्गा ने किया सोशल मीडिया पर शेयर:
इस समय देश की राजधानी दिल्ली में 1984 सिख विरोधी दंगे को लेकर सियासत तेज़ हो गयी है। दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तज़िंदर बग्गा ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के ख़िलाफ़ विवादित पोस्टर लगाकर उन्हें फ़ादर ऑफ़ मॉब लिंचिंग बताया है। आपको बता दें इस विवादित पोस्टर को तज़िंदर बग्गा ने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया है। तज़िंदर बग्गा के इस क़दम पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस नेताओं ने ट्वीटर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने वाले पोस्टर से जवाब दिया।
दर्शाता है भाजपा की तुच्छ मानसिकता को:
जानकारी के अनुसार तज़िंदर बग्गा ने भाजपा कार्यालय के साथ ही दिल्ली में कई जगहों पर राजीव गांधी के ख़िलाफ़ विवादित पोस्टर लगवाए हैं। इससे पहले भी तज़िंदर बग्गा ने राजीव गांधी की जयंती पर ट्वीट करके उन्हें फ़ादर ऑफ़ मॉब लिंचिंग कहते हुए श्रद्धांजलि दी थी। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस का संस्कार उस दिवंगत प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने का है, जो 2002 के गुजरात दंगों के दौरान कुछ ख़ास नहीं कर पाए थे। वहीं भाजपा दफ़्तर के बाहर देश के लिए अपनी जान देने वाले दिवंगत प्रधानमंत्री के बारे में घृणित पोस्टर हमारे सामने हैं। यह भाजपा की तुच्छ मानसिकता को दर्शाता है।
अहंकार और नफ़रत का जनता बहुत जल्द देगी जवाब:
तज़िंदर बग्गा अपने विवादित ट्वीट और पोस्टर लगाने के बाद कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। इसके बारे में कांग्रेस के सम्पर्क सचिव प्रणव झा ने ट्वीटर पर बग्गा के पोस्टर के साथ ही मुंबई में कांग्रेस की तरफ़ से अटल जी को श्रद्धांजलि देने के लिए लगाए गए पोस्टर को साझा किया। अपने ट्वीट में प्रणव झा ने कहा कि, प्रिय भाजपा देखिए आप में और कांग्रेस में क्या अंतर है। बस कुछ समय इंतज़ार करें, जनता आपके अहंकार और नफ़रत का सही जवाब बहुत जल्दी ही देगी।
कांग्रेस अध्यक्ष कर रहे हैं दंगाइयों को बचाने की कोशिश:
आपको बता दें संसद के मानसून सत्र के दौरान मोदी सरकार में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत में सबसे बड़ी मॉब लिंचिंग की घटना 1984 में हुई थी। उस दौरान सिखों का बेरहमी से क़त्ल किया जा रहा था। वहीं विदेश दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले लंदन में कहा था कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस शामिल नहीं थी। राहुल गांधी के उस बयान से भाजपा और अकाली नेता काफ़ी नाराज़ हैं। उनका आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष दंगा आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
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